अमृत वैला चौघड़िया मुहूर्त में गुरूजी ने हिन्दू संस्कृति में भोला जहर समाधि गुरु शिष्य तलवार तपस्या आँख मुंह गुरुजी विश्राम अक्ल

Hindi गुरुजी कि समाधि लगाईं । Poems